logo

हजारीबाग : बहू की जान की 3 लाख रुपये लगाई कीमत, कोर्ट जाते समय पिकअप वैन से रौंदा

a473.jpg

हजारीबाग: 

इस देश में कानून और न्याय कितना महंगा है, बताने की जरूरत नहीं। न्याय तो इतना महंगा है कि कभी-कभी जान देकर इसकी कीमत चुकानी पड़ती है जैसा कि सबीना खातून को चुकानी पड़ी। सबीना के पिता सुलेमान मियां और बहन नूरजहां जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।

पूरा मामला टंडवा थानाक्षेत्र अंतर्गत बड़गांव का है। यहां कोर्ट में अपनी बेटियों सबीना और नूरजहां के साथ गवाही देने जा रहे सुलेमान मियां की बाइक को पिकअप वैन ने टक्कर मार दी।

घटना में सुलेमान मियां की बड़ी बेटी सबीना की मौत हो गई जबकि नूरजहां गंभीर रूप से घायल है। सुलेमान मियां को भी चोट लगी है। 

सुलेमान ने बेटी के ससुरालवालों पर लगाया आरोप
सुलेमान मियां ने मामले में अपनी बेटी नूरजहां के ससुराल वालों पर सबीना की हत्या का आरोप लगाया है। सुलेमान मियां ने आरोप लगाया कि वे अपनी बेटियों सबीना और नूरजहां के साथ केरेडारी से हजारीबाग कोर्ट गवाही देने जा रहे थे। तभी रास्ते में एक पिकअप वैन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। घटना में सबीना की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने घायल सुलेमान और नूरजहां को हजारीबाग सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां नूरजहां की हालत नाजुक बनी हुई है।

सुलेमान ने दामाद मजीद आलम पर हत्या के इरादे से हमला करने तथा बेटी सबीना की हत्या का आरोप लगाया है। कटकमदाग थाना में हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

आरोपी मजीद लालपुर थाना में दरोगा है। 

2019 में मजीद आलम से हुई थी नूरजहां की शादी
सुलेमान मियां ने बताया कि उनकी बेटी नूरजहां बानो की शादी साल 2019 में हजारीबाग के केरेडारी थानाक्षेत्र अंतर्गत गरीकला के रहने वाले मजीद आलम से हुई थी। आरोप है कि ससुराल वाले नूरजहां के साथ मारपीट करते थे। नूरजहां को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। आरोप है कि ससुराल वालों ने नूरजहां के बच्चे को अपने पास रखकर उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। सुलेमान मियां ने बेटी के साथ मारपीट किए जाने को लेकर उसके ससुराल वालों के खिलाफ केरेडारी थाना में मामला दर्ज करवाया था। नूरजहां के ससुराल वाले इस केस को वापस लेने के लिए सुलेमान मियां को धमका रहे थे। 

आरंभिक जांच में हत्या की साजिश का साक्ष्य मिला!
आरंभिक जांच में भी सामने आया है कि ये हादसा दरअसल एक साजिश थी। जिसमें नूरजहां के ससुराल वाले शामिल हैं। बताया जा रहा है कि नूरजहां के ससुर मंसूर आलम ने 3 लाख रुपये में नूरजहां, सुलेमान मियां और सबीना की जान का सौदा किया था। इसके लिए महादेव महतो नाम के व्यक्ति की गाड़ी का इसेतमाल किया गया था। मिली जानकारी के मुताबिक मंसूर ने वाहन मालिक से वादा किया था कि यदि गाड़ी फंसती हो तो 2 लाख रुपये या नई गाड़ी खरीद देंगे। यदि गाड़ी को नुकसान पहुंचता है तो मरम्मत कराएंगे।

3 लाख रुपयों में से गाड़ी चलाने वाले नवीन को 1 लख रुपये मिलने थे। महादेव महतो से जिस 2 लाख रुपये का वाद किया था उसमें से 1 लाख रुये एडवांस दिये गये थे। दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को घटना से पहले का एक सीसीटीवी फुटेज भी मिला है जिसमें घटना में प्रयुक्त पिकअप वैन एक पेट्रोल पंप में दिख रहा है। पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में मुख्य आरोपी मंसूर आलम दिख रहा है। छानबीन में ये भी पता चला कि नूरजहां का पति मजीद आलम पिता मंसूर आलम से फोन पर पल-पल की अपडेट ले रहा था। 


कटकमगाद थाना में मामला दर्ज किया गया है। एसपी मनोज रतन चौधरी ने कहा कि हत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना में जो लोग भी शामिल हैं, उनको अविलंब गिरफ्तार किया जायेगा। दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।